आजमगढ़ जिले के एक छात्रा जिनका नाम श्रेया तिवारी था वह आजमगढ़ चिल्ड्रन स्कूल में पढ़ती थी और उसके साथ घटना घटित हो जाता है जब श्रेया तिवारी के माता-पिता से पूछा जाता है कि आपकी बेटी की मृत्यु कैसे हुई तो उनके माता-पिता का कहना है कि मेरी बेटी चिल्ड्रन स्कूल आजमगढ़ में पढ़ती थी अचानक उनके पिता के पास स्कूल से फोन आता है कि आप इस वक्त कहां पर हैं उनके पिता कहते हैं की बताइए क्या बात है स्कूल के क्लास टीचर कहते हैं कि क्या श्रेया के मम्मी से बात हो सकती है जब श्रेया के पिता घर पर आकर अपनी पत्नी से बात करवाते हैं क्लास टीचर से तो उनके माता-पिता को स्कूल बुलवाया जाता है जब श्रेया के माता पिता स्कूल पहुंचते हैं तो देखते हैं कि उनकी बेटी का शव एंबुलेंस में पड़ा हुआ था और उनके माता-पिता को यह देखते हैं मातम सा छा गया उसके बाद श्रेया तिवारी के माता पिता स्कूल कैंपस में रो-रो कर पूछते हैं कि मेरी बेटी के साथ क्या हुआ स्कूल के सभी टीचर और प्रधानाध्यापक द्वारा गुमराह किया जाता है फिर और छात्रों द्वारा पता चलता है श्रेया तिवारी ने तीसरे या चौथे फ्लोर से कूदकर आत्महत्या कर ली उसके बाद यह भी पता चलता है की क्लास टीचर द्वारा श्रेया के बैग में मोबाइल और प्रोटेक्शन पाया गया था इसके बाद क्लास टीचर द्वारा श्रेया तिवारी को जलील किया गया पूरे क्लास भर प्रोटेक्शन और मोबाइल लेकर हर क्लास में दिखाया गया कि यह लड़की बदचलन है इसके साथ कोई ना रहे और हालांकि उनके माता-पिता का कहना है कुछ ही दिन पहले किसी दूसरे लड़की के बैग में यह सब पाया गया था और उसी लड़की द्वारा श्रेया के बैग में रखा गया और फसाने का कार्य किया गया उसके बाद क्लास टीचर की बदसलूकी से श्रेया तिवारी को जान गवाना पड़ा और जब श्रेया तिवारी चौथे फ्लोर से कूदकर अपनी जान दे देती है उनके माता-पिता के पहुंचने से पहले फर्श पर लगे ब्लड पानी से धूल दिया जाता है
श्रेया तिवारी को आत्महत्या करने के बाद जब इस मामले को पुलिस प्रशासन को सूचना मिलती है जांच पड़ताल करके दो लोगों को गिरफ्तार किया जाता है और जो क्लास टीचर जिनका नाम अनुकृति है अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई!
Satyavan Samachar
बुंदेलखंड को यूपी का स्वर्ग बनाने की एक और पहल।
44605 करोड़ रुपये की केन-बेतवा लिंक परियोजना से होगा कायाकल्प बुझेगी 2.51 लाख हेक्टेयर खेतों की प्यास 21 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा लखनऊ। बुंदेलखंड। शौर्य और संस्कार की धरती। यह धरती अपनी विरासत के अनुरूप उत्तर प्रदेश का स्वर्ग बने, यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संकल्प है। इस संकल्प के अनुसार बुंदेलखंड