दीदारगंज-आजमगढ़
क्या है एंजाइना पेक्टोरिस इस विषय में श्री वेदांता हास्पिटल शाहगंज जौनपुर के हृदय रोग विशेषज्ञ डा0हिमांशू चित्रवंशी से बातचीत के कुछ अंश डा0चित्रवंशी ने बताया कि एंजाइना पेक्टोरिस एक लैटिन वाक्यांश है जिसका अर्थ है “छाती में घुटन”सीने का दर्द है।
एंजाइना में दिल को रक्त की अस्थाई कमी होती है जिससे आक्सीजन की आपूर्ति कम हो पाती है इसे एंजाइना और एंजाइना पेक्टोरिस के नाम से भी जाना जाता है को इस प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है कि एक ऐसी स्थिति जिसमें सीने में गम्भीर असहनीप दर्द होता है जो अक्सर हृदय को अपर्याप्त रक्त आपूर्ति के कारण कंधों,बाहों और गर्दन तक फैलता है। अगर यही प्रक्रिया काफी लंबे समय तक चलती है तब दिल का दौरा पड़ता है जिसमें हृदय की मांसपेशियों को स्थाई क्षति हो सकती है।एंजाइना पेक्टोरिस के रोगी को सांस लेने में भी परेशानी होती है यह समस्या महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में अधिक देखने को मिलती है। इस रोग का मुख्य कारण अपच,कब्ज,पेट में अफार, अत्यधिक मदिरापान, सर्दी, गर्मी,रंज गम,और ब्यायाम की अधिकता तथा सुगर,उच्च रक्तचाप इसका मुख्य कारण है। परन्तु बहुधा गठिया बाई से पीड़ित मनुष्य इस रोग से ग्रसित हो जाया करते हैं। इसका लक्षण है रोग के दौरे के थोड़ा पहले बैचैनी होती है और हृदय के स्थान पर भारीपन मालूम पड़ता है फिर हृदय के स्थान पर भारी पीड़ा ज्ञात होने लगती है स्वांस रुककर चलनें लगती है मृत्यु का भय होता है यह रोग अचानक हो जाया करता है।रोगी का रंग फीका हो जाया करता है पसीने से रोगी का शरीर तर बतर हो जाता है। ऐसा होने पर रोगी को तुरंत बिस्तर पर बैठ जाना चाहिए या बिस्तर पर लेट जाना चाहिए और अपने नजदीकी विशेषज्ञ चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए नीम हकीम के चक्कर में कदापि न पड़े।
