सुधिर सिंह राजपूत औरैया ..
अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन कर तैयार हो चुका है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को मंदिर के गर्भ गृह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। राम मंदिर में रामलला की पहली आरती जोधपुर के घी से की जाएगी।सोमवार को राजस्थान के जोधपुर से 600 किलो देशी घी रामनगरी अयोध्या भेजा गया है।यह घी 108 स्टील के कलश में भरकर भेजा गया है। प्राचीन तरीके से सुसज्जित 11 बैलगाड़ी में इसे रवाना किया गया है। बैलगाड़ियों को रथों का रूप दिया गया है। इन्हें रवाना करने से पहले सभी कलश की आरती उतारी गई।
इस रथ के साथ जोधपुर से कई रामभक्त भी रामनगरी अयोध्या के लिए रवाना हुए। रथ में 108 कलश के साथ 108 शिवलिंग भी रखे गए हैं।साथ ही भगवान गणेश, रामभक्त हनुमान की प्रतिमाएं भी रखी गई हैं। रथ रवाना होने से पहले मौके पर मौजूद भक्तों ने घी के कलश की आरती की। देव दीपावली के दिन सोमवार को शुभ मुहूर्त में जोधपुर के बनाड़ स्थित श्रीश्री महर्षि संदीपनी राम धर्म गौशाला से घी भेजा गया है।रथों के साथ गौशाला के महर्षि संदीपनी महाराज भी रामनगरी अयोध्या के लिए रवाना हो गये।
बता दें कि जनवरी 2024 में रामलला राम मंदिर में विराजेंगे। रामलला की आरती और हवन में श्री श्री महर्षि संदीपनी राम धर्म गौशाला में तैयार घी का इस्तेमाल किया जाएगा।गौशाला से 11 विशेष रथ रवाना किए गए हैं। इन रथों को गौशाला में ही 6 महीने से तैयार किया जा रहा था। हर रथ पर 3.5 लाख रुपए की लागत आई है।यह घी खास तौर से रामलला की पहली आरती और हवन के लिए ही 9 साल से तैयार करके इकट्ठा किया जा रहा था। महर्षि संदीपन महाराज ने 9 साल पहले संकल्प लिया था कि अयोध्या में जब भी राम मंदिर बनेगा, उसके लिए शुद्ध देसी गाय का घी वो अपने यहां से लेकर जाएंगे। राम मंदिर में उसी घी से मंदिर की अखंड ज्योत को प्रज्जवलि किया जाएगा।मंगलवार सुबह 9 बजे आरती के बाद जोधपुर की सड़कों पर रथों की शोभायात्रा निकली। इसके बाद 5 ट्रकों में सभी रथों को लोड कर पाली के लिए रवाना किया।कई शहरों में इसी तरह शोभायात्रा करते हुए ये रथ लगभग एक महीने में रामनगरी अयोध्या पहुंचेंगे।
