इटावा बसरेहर क्षेत्र में संचालित ज्ञान विकास विद्या मंदिर प्राथमिक विद्यालय से ज्ञान विकास विद्या मंदिर जूनियर हाई स्कूल के भवन को ही दिखा कर गया प्रसाद शाक्य उच्चतम इंटर कॉलेज की फर्जी तरीके से मान्यता को लिया गया ऐसा आरोप शिकायत करता चंद्र पाल शाक्य ने स्कूल प्रबंधन पर लगाया है और अलग-अलग प्रतिनिधियों से लगभग 65 लाख रुपए की धनराशि भी ली गई जिसका फर्जी तरीके से दस्तावेजों में उपयोग दर्शाया गया लेकिन धरातल पर धनराशि का सही उपयोग नहीं किया गया और एक ही जमीन पर चल रहे ज्ञान विकास विद्या मंदिर प्राथमिक विद्यालय और जूनियर हाई स्कूल के भवन को दिखाकर गया प्रसाद उच्चतम इंटर कॉलेज पर फर्जी दस्तावेजों के साथ मान्यता ले ली गई।जिसकी शिकायत चंद्रपाल शाक्य उर्फ लारा ने जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और क्षेत्रीय सांसद रामशंकर कठेरिया से भी की थी लेकिन सरकारी कर्मचारी जांच के नाम पर गुमराह करते रहे और एक ही मामले पर तीन अलग-अलग जांच रिपोर्ट लगा कर स्कूल संचालक को बचाने का प्रयास करते रहे और अपने उच्च अधिकारियों को गुमराह करते रहे लेकिन शिकायतकर्ता चंद्रपाल शाक्य बराबर जिलाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों और मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक भ्रष्टाचार के खुलासे को लेकर शिकायत करता रहा इसके बाद जिलाधिकारी ने एक जांच कमेटी गठित की जिसमें डीआईओएस से लेकर एसडीम भी सम्मिलित रहे वही डीआईओएस मनोज कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है शिकायतकर्ता की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी महोदय ने जांच टीम गठित की थी जिसकी जांच करने के लिए जांच टीम के सभी सदस्य गया प्रसाद शाक्य उच्चतम इंटर कॉलेज ग्राम ज्ञानपुर बसरेहर गए हुए थे जहां पर दो अलग-अलग स्कूलों के बोर्ड लगे हुए हैं लेकिन तेजी से निर्माण कार्य भी किया जा रहा है जिसके लिए 2 दिसंबर तक जवाब मांगा गया है।जवाब आने के बाद जांच टीम अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी के समझ पेश करेगी
रामकुमार राजपूत ब्यूरो रिपोर्ट इटावा :