इटावा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के साथ गठित पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच के अंतरगत पुरानी पेंशन बहाली हेतु वर्ष 2023 संघर्ष वर्ष के रूप में घोषित किया गया था। इस वर्ष चरणवद्ध तरीके से धरना प्रदर्शन, बाइक रेली, मशाल जुलूस, पुरानी पेंशन बहाली हेतु रथ यात्रा के साथ गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
इन सभी चरणवद्ध कार्यक्रमों के उपरांत भी केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। ऐसी स्थिति में पुरानी पेंशन बहाली मंच द्वारा हड़ताल पर जाने के लिए सहमति पत्र भरवाए जाने का बृहद कार्यक्रम किया गया प्रदेश भर के कर्मचारियों के साथ केंद्रीय कर्मचारियों एवं रेलवे कर्मचारियों द्वारा शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा सहमति पत्र भरवाए गए। देशभर के रेलवे कर्मचारी द्वारा पुरानी पेंशन बहाल न होने की स्थिति में हड़ताल पर जाने का सहमति पत्र गुप्त मतदान करा कर 90 प्रतिशत से अधिक रेलवे कर्मचारी द्वारा गुप्त मतदान के माध्यम से हड़ताल पर जाने का सहमति पत्र प्रस्तुत किया गया।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष राजेश मिश्रा, जिला मंत्री पवन श्रीवास्तव, कार्यवाहक अध्यक्ष रिजवान अहमद, वरिष्ठ उपाध्याय पूरन सिंह, प्रशान्त पोरवाल, ऑडिटर राम तेज यादव, संरक्षक रामवीर सिंह यादव, प्रदीप सक्सेना, राकेश यादव आदि ने प्रेस वार्ता के दौरान अवगत कराया केंद्र व राज्य सरकार कर्मचारियों की विगत लंबे समय से एक सुत्रिय मांग पुरानी पेंशन बहाली पर कोई निर्णय नहीं ले रही है।अब समय आ गया है जब केंद्रीय प्रदेश स्तरीय एवं रेलवे कर्मचारियों के साथ मिल कर माह जनवरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा किया जाना प्रस्तावित है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् पुरानी पेंशन बहाली मंच ने केन्द्रीय एवं राज्य सरकार से अपील की है कि समय रहते हुए केन्द्र व राज्य सरकार 1 अप्रैल 2004 के बाद नियुक्त अधिकारीयों एवं कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली कर दे अन्यथा की स्थिति में देश भर के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल कर प्रदेश एवं देश की सारी व्यवस्थाएं जाम कर देंगें और निकट भविष्य में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी सरकार को इसका खामियाजा भुगतान होगा। पुरानी पेंशन बहाली होने की स्थिति में हड़ताल पर जाने के सहमति पत्र भरवाने में मुख्य रूप से समीउद्दीन, ब्रजलाल, गायत्री, सौरव, दुर्गेश अग्रवाल, राजकुमारी, डॉक्टर शैलेन्द्र यादव, अनूप कांत यादव, रेखा आर्य, उपासना, ललित यादव, देवेश यादव, अरूण सोनी, विश्व विजय, राखी मित्तल आदि सभी साथियों का सहयोग रहा।