परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि जो भी निर्माणाधीन परियोजनाएं हैं उनको तेजी के साथ कार्य कराते हुए मानक व गुणवत्ता के अनुरूप समय से पूर्ण कराये जिससे उनकी उपयोगिता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन कार्यों की शतत समीक्षा की जाए जिससे उनकी गुणवत्ता व प्रगति का आकलन हो सके साथ ही नवनिर्मित परियोजनाओं के हस्तांतरण की कार्यवाही कराते हुए विभाग को हस्तांतरित की जाए जिससे उनका लाभ जरूरतमंदों को मिल सके।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को परियोजनाओं पर शतत नजर बनाए रखने तथा समय-समय पर समीक्षा करने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि कार्य पूर्ण होने में अथवा कार्य के शुभारंभ में धनावंटन एवं स्थल चयन की कोई समस्या है तो उसके लिए नियमानुसार पत्राचार किया/ कराया जाए और स्थल चयन जैसी स्थिति के लिए राजस्व विभाग से पत्राचार के साथ संपर्क कर स्थल चयन भी किया जाए जिससे परियोजना का शुभारंभ किया जा सके। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि जो परियोजनाएं बनकर पूर्ण हो चुकी हैं और हस्तांतरण की स्थिति में है उनका जिला स्तरीय सत्यापन समिति से मानक व गुणवत्ता आदि नियमानुसार जांच आख्या प्राप्त करते हुए हस्तानांतरण की कार्यवाही कराये जिससे भवन आदि को उपयोग में लाया जा सके। उन्होंने कार्यदाई संस्था को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में किसी भी स्तर पर मानक व गुणवत्ता में कमी पाई जाती है तो आपके विरुद्ध शासन को सूचित करते हुए नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा सुनील कुमार वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक दिगंबर कुशवाहा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
Report:Md Sakeel Auraiya