अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में रामलला का भव्य राम मंदिर लगभग बनकर तैयार हो गया है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।इस दौरान पूरी दुनिया की नजर रामनगरी अयोध्या पर रहेंगी।राम मंदिर में संपूर्ण देश को समाहित करने का प्रयास किया गया है।कहीं के पत्थर का इस्तेमाल हो रहा है तो कहीं के कारीगर राम मंदिर को आकर देने में जुटे हैं।
राम मंदिर ट्रस्ट की मानी जाए तो रामनगरी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में देश और विश्व के भी राम भक्त अपना योगदान दे रहे हैं। जोधपुर के गाय के घी से राम मंदिर में रामलला के सामने घी के दीपक प्रज्वलित होंगे तो वहीं थाईलैंड की भूमि के रज का भी उपयोग रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में किया जाएगा।कंबोडिया की हल्दी की सुगंध से राम मंदिर परिसर महकेगा।बीते दिनों थाईलैंड का रज(मिट्टी)और कंबोडिया की हल्दी रामनगरी अयोध्या पहुंची है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में इन दोनों का इस्तेमाल होगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी बताते हैं कि हम बैंकॉक गए थे।वहां पर थाईलैंड की भूमि पर एक अयोध्या बसी है और उस अयोध्या को वहां पर राजधानी कहा जाता है। वहां के राजा को राम कहा जाता है।इस समय वहां आज राम-10 का राज चल रहा है।थाईलैंड के राजा ने वहां की मिट्टी भेजी है।राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के कार्य में उसका उपयोग किया जाएगा।
गोविंद देव गिरि ने बताया कि हमारे यहां हल्दी को बहुत शुभ माना जाता है।कंबोडिया से सुगंधित हल्दी भेजी गई है।प्रभु रामलला के सेवा आराधना के लिए जैसे कस्तूरी का दूर से सुगंध आती है ठीक उसी प्रकार उस हल्दी की सुगंध भी दूर से आती है।
सुधिर सिंह राजपूत: