अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है।रामनगरी त्रेतायुग की तौर पर सजाई और संवारी जा रही है। राम भक्तों को रामनगरी में आने के साथ धर्म नगरी में होने का भरपूर आभास होगा। इसके लिए रामपथ और धर्मपथ दोनों पर प्रवेश द्वार बन रहे हैं।रामनगरी में भगवान सूर्य राम भक्तों का स्वागत करेंगे। सात घोड़े पर सवार सूर्य भगवान की प्रतिमा स्वागत द्वार पर लगाई जाएगी।स्वागत द्वार इसलिए अहम हैं क्योंकि सीधे नेशनल हाईवे को जोड़ने वाला धर्मपथ जो गोरखपुर और लखनऊ की तरफ से आने वाले रामभक्तों के लिए सबसे सुगम होगा।
बता दें कि रामनगरी त्रेतायुग की परिकल्पना के तौर पर सजाई जा रही है।रामनगरी में त्रेता युगीन कलाकृतियां और स्तंभ लगाए जा रहे हैं। 22 जनवरी को जब रामलला राममंदिर में विराजमान होंगे तो उसके पहले रामनगरी अयोध्या आने वाले मेहमानों की स्वागत में भगवान सूर्य उनका स्वागत करेंगे।साथ ही रामनगरी अपने सूर्य की तरह चमकती हुई दिखाई देगी।धर्मपथ एक बहुत ही महत्वपूर्ण मार्ग रामनगरी अयोध्या के लिए है जो हाईवे से लता मंगेशकर चौक को जोड़ कर रहा है,
जिसे अब आठ लेन का विकसित किया जा रहा है। रामनगरी के प्रवेश द्वार पर ही एक स्वागत गेट बनाया जा रहा है।इसका निर्माण तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है और 15 दिन के अंदर इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।