सब ब्यूरो अश्वनी यादव अम्बेडकर नगर..
अम्बेडकरनगर : वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों से क्रिमिनल जैसा बर्ताव, ट्रैफिक दरोगा की हरकत, पैसे के लिए करता रहा फोन, पीड़ित ने लगाया आरोप वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिस लोगों से बदतमीजी कर रही है. इस घटना से पीड़ित व्यक्ति ने मीडिया कर्मी को दिया बयान. यातायात पुलिस की इस हरकत से लोग परेशान हैं
पुलिस लोगों की
सेवा के लिए होती है. लेकिन यही पुलिस जब आम लोगों से ऐसे पेश आती है, जैसे वो कोई मुजरिम हों तो फिर सवाल उठना तो लाजिमी है. ऐसा ही मामला अम्बेडकरनगर से सामने आया है. जहां यातायात दरोगा लोगों से बदतमीजी से पेश आता है और फोटो खींचकर पैसे के लिए बार-बार फोन कर मांगता है और पैसा ना मिलने पर चालान करने की धमकी भी देता है. रविनंदन माथुर विभाग के कर्मचारियों से लेकर आम जनता में चर्चा का विषय बने हुए हैं। इससे सड़क पर चलने वाले आम आदमी परेशान हैं.जब बार बार फोन करने पर नहीं मिला ₹1000 तब पीड़ितों को दी गई फोन पर धमकी और यातायात विभाग का यह अधिकारी करता रहा बार-बार फोन,पीड़ित द्वारा बार बार फोन किए जाने का दिया फोन आने का डिटेल, पत्रकार ने की वार्ता टी आई रवि नंदन माथुर ने की बहस शाम में कटा चालान दोपहर का था मामला। आखिर कब तक यातायात विभाग द्वारा की जाती रहेगी इस प्रकार अवैध वसूली क्या यातायात प्रभारी द्वारा अपने टी आई रवि नंदन माथुर को दी गई है खुली छूट। नाम न छापने की शर्त पर कुछ बुद्धि जीवियों का कहना है की कुछ यातायात आरक्षी कई वर्षों से आने वाले तथा पूर्व में भी यही लोग यातायात प्रभारी के सिपह सालार बने हुए हैं इस कारण ऐसी समस्या उत्पन्न हो रही है,इसी प्रकार जनपद मुख्यालय पर चेकिंग के नाम पर किया जाता है आम जनता को परेशान।जिले के एडिसनल एस पी संजय राय लगातार प्रयास कर रहे हैं कि आमजनों से जांच के नाम पर बदसलूकी ना किया जाए. लेकिन ट्रैफिक विभाग शायद अपने अंदर बदलाव करना ही नहीं चाहता है. इसलिए शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों पर जाम की समस्या उत्पन्न होती है. लेकिन जाम से आमजनों को निजात दिलाने की जगह कुछ और ही काम में पुलिसवाले व्यस्त हैं. नियम के अनुसार वाहन को रोकने के बाद जो भी कागजात फेल होते हैं. उसका चालान काटने का प्रावधान है. लेकिन ट्रैफिक दरोगा और पुलिस के जवान जिले में गुंडों की तरह बीच सड़क पर निजी स्वार्थ में भी होकर कार्यवाही करते नजर आते हैं. अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस माहौल में वाहन चालक कैसे अपने घरों से निकलें. बहरहाल, पीड़ित ने कहा कि तहसील किराए पर सीसीटीवी कैमरा लगा है उच्च अधिकारी इसकी जांच कर लें अगर हम जांच में सही पाते हैं तो हम पर अर्थ दंड लगाया जाए वरना रवि नंदन माथुर को निलंबित किया जाए अब देखना है कि इस दृश्य को देख कर जिले के ज़िम्मेदार अधिकारी क्या कुछ कठोर कदम उठाते हैं !