रिपोर्टर रजनीश कुमार
अजीतमल औरैया।जनता महाविद्यालय अजीतमल औरैया में हिंदी विभाग के तत्वावधान में हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये।
उसी कड़ी में आज काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। काव्य गोष्ठी का शुभारंभ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार शर्मा जी ने किया।
तत्पश्चात महाविद्यालय की छात्रा सौम्या राजपूत ने सरस्वती गीत एवं खालिदा हुसैन और रोशनी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
काव्य गोष्ठी में अनुष्का पोरवाल ने दुष्यंत कुमार की गजल, आदित्य कुमार ने नीरज की कविता मैंतूफानों में चलने का आदी हूंँ , शिव बावले ने कंकड़ वाले रास्ते, आकांक्षा ने धूमिल की कविता रोटी और संसद , पवन कुमार, शिल्पा सेंगर, प्राची दुबे, दिव्या आदि छात्र-छात्राओं ने पूर्ण उत्साह एवं मनोयोग से काव्य पाठ प्रस्तुत किया ।
हिंदी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में
प्रथम स्थान प्राप्त वर्तिका द्वितीय स्थान प्राप्त रौली , दिव्या, अंजलि, रितु गौतम एवं तृतीय स्थान प्राप्त अमित यादव एवं अमृता सिंह को महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा प्रमाण पत्र एवं शील्ड प्रदान किया गया।
डॉ श्री प्रकाश यादव एवं डॉ विजय कुमार पुरी हिमाचल प्रदेश द्वारा संपादित पुस्तक अनुभूतियों का एहसास काव्य संकलन का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर प्रोफेसर निरंजन लाल, डॉ समरकांत भारती, डॉ विवेक वर्मा, डॉ योगेश साहू, डॉ पदम पांडे, डॉ पी पी सिंह, डॉ अभिषेक , डॉ कमलेश, डॉ नीतू
एवं डॉ रतना गौर आदि शिक्षकों ने भी काव्य पाठ प्रस्तुत किया।
मंच संचालन कर रहे डॉश्री प्रकाश यादव ने कहा कि कविता इतनी परियोजनीय वस्तु है कि संसार की सभ्य और असभ्य सभी जातियों में पाई जाती है। चाहे इतिहास ना हो, विज्ञान ना हो,, दर्शन ना हो पर कविता अवश्य रहेगी।