आजमगढ़: साइबर हेल्प डेस्क के पुलिस कर्मियों को साइबर क्राइम रोकने के लिए दिया गया प्रशिक्षण।
आज दिनांक- 05.09.2023 को साइबर नोडल अधिकारी संजय कुमार (अपर पुलिस अधीक्षक यातायात आजमगढ़) द्वारा पुलिस लाइन्स सभागार आजमगढ़ में साइबर जन जागरूकता के तहत प्रशिक्षण कराया गया जिसमें साइबर अपराधों पर नियंत्रण करने के लिये जनपद में थानों पर गठित साइबर हेल्प डेस्क पर नियुक्त पुलिस कर्मियों जिसमें उ0नि0, मुख्य आरक्षी, आरक्षी स्तर के अधिकारी/कर्मी हैं, को साइबर सेल आजमगढ़ के मुख्य आरक्षी मुकेश कुमार, आरक्षी सत्येन्द्र कुमार और आरक्षी राहुल सिंह द्वारा प्रशिक्षण प्रदान कर साइबर फ्राड करने वालों, उनकी मदद में अपना बैंक खाता उपलब्ध कराने वालों के विरूद्ध कैसे वैधानिक कार्यवाही की जाए, फ्राड में संलिप्त मोबाइल फोन व खातों को कैसे सीज किया जाए और पीड़ित व्यक्ति का पैसा अपराधी के पास जाने से कैसे रोका जाए तथा उस पैसे को पीड़ित व्यक्ति तक वापस कैसे पहुंचाया जाए के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इससे जनपद के साइबर अपराधों को नियंत्रित करने में एवं उसके शिकार हुए व्यक्तियो को राहत पहुंचाने में पुलिस शीघ्रता से कार्यवाही करते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उक्त के अतिरिक्त साइट्रेन प्रशिक्षण (जिसमें क्रिएट एकाउण्ट, लॉगिन व रजिस्टर एकाउण्ट, टेस्ट, सर्टिफिकेट प्राप्त करना) एनसीआरबी पोर्टल प्रशिक्षण जिसमें एनसीआरपी लॉगिन, साइबर पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर साइबर हेल्प लाइन नम्बर 1930, होल्ड एमाउण्ट रिफण्ड प्रोसेस, म्यूल एकाउण्ट वेरिफिकेशन, साइबर वालेण्टियर वेरिफिकेशन व फ्राड में संलिप्त मोबाइल नम्बर व बैंक एकाउण्ट ब्लाकिंग व साइबर जागरूकता अभियान, मुकदमें में साक्ष्य संकलन सम्बन्धी व निस्तारण में सहयोग व अन्य साइबर सम्बन्धी जानकारी दी गयी।
बुंदेलखंड को यूपी का स्वर्ग बनाने की एक और पहल।
44605 करोड़ रुपये की केन-बेतवा लिंक परियोजना से होगा कायाकल्प बुझेगी 2.51 लाख हेक्टेयर खेतों की प्यास 21 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा लखनऊ। बुंदेलखंड। शौर्य और संस्कार की धरती। यह धरती अपनी विरासत के अनुरूप उत्तर प्रदेश का स्वर्ग बने, यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संकल्प है। इस संकल्प के अनुसार बुंदेलखंड