*बारिश न होने से किसानों के चेहरे मुरझाए*
अश्वनी यादव जलालपुर अम्बेडकरनगर
अम्बेडकर नगर के किसानों के चेहरे मुरझाए चार छे दिन की बारिश न होने से किसानों ने इंजन में डीजल डालकर किसी तरीके धान की रोपाई की किसानों ने कहा आगे समय में बारिश अच्छी होगी लेकिन बारिश न होने से किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं और अब किसाने की फसल सूखने के कगार पर है किसान तो हमेशा पिस्ता रहता है कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी शासन प्रशासन की मार झेलता रहता है। अगर बारिश का यही हाल रहा तो किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाता है क्योंकि किसान हमेशा कर्ज में ही डूबा रहता है सरकार भले ही वादे कर रही है की किसान की आय दुगनी हो गई है । अगर देखा जाए तो किसlन की हालत बत्तर से बत्तर होती चली जा रही है । डीजल और पेट्रोल महंगा होने से सभी की जेब पर असर पड़ रहा है सबसे ज्यादा असर तो किसानों पर पड़ रहा है। आखिर सरकार किसानों की आय कैसे दुगनी करेगी कर्ज में डूबे हुए किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं। अगर प्राकृतिक ने किसानो का सथ दिया तो चेहरे पर खुशहाली आ जाती है प्राकृतिक के आपदा से झेलते भी रहते हैं कभी सुखा तो कभी बाढ़ है सिर्फ फैसले नष्ट होती रहती है। सरकार किसानों को राहत के लिए किसान निधि योजना चलाई लेकिन उससे किसान की भरपाई नहीं हो पा रही किसान हमेशा परेशान हैं
सत्यवान समाचार