मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में गोड़धोइया नाला के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया
इस प्रोजेक्ट के पूर्ण हो जाने से शहर के उत्तरी क्षेत्र के लोगों को जल-जमाव से मुक्ति मिल जाएगी, यह स्वच्छता और ग्रीनरी का प्रतिमान बनेगा : मुख्यमंत्री
लखनऊ : 19 अप्रैल, 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर भ्रमण के दौरान जेल बाईपास के समीप गोड़धोइया नाला के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए माह मई तक इसे पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने वीडियो प्रेजेण्टेशन के माध्यम से गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों का अवलोकन किया तथा इसके बाद नाले के समीप जाकर वॉटर लेवल के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूर्ण हो जाने से शहर के उत्तरी क्षेत्र के लोगों को जल-जमाव से मुक्ति मिल जाएगी। यह स्वच्छता और ग्रीनरी का भी प्रतिमान बनेगा। गोड़धोइया नाले का सिकुड़ा स्वरूप आधे गोरखपुर के लिए जल-जमाव का सबसे बड़ा कारण था। पहले यह नाला पूरे उत्तर क्षेत्र के बरसाती जल की निकासी का माध्यम था, किन्तु धीरे-धीरे वह सिकुड़ता गया। उसके बाद इसमें सिल्ट जमा हो गयी। इसकी कभी सफाई नहीं हुई। मकान बनते गए और एक समय ऐसा आ गया कि जब बरसात होती थी, तो नाले के शुरुआती स्थल मेडिकल कॉलेज के आगे से मोहद्दीपुर तक जल-जमाव ही दिखता था। उन्होंने कहा कि राप्तीनगर, बिछिया, मैत्रीपुरम और आसपास के क्षेत्र में बहुत जल-जमाव होता था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जल-जमाव और गन्दगी, जलजनित बीमारियों का भी कारण बनता था। इसलिए हमारी सरकार ने इस नाले को लेकर एक परियोजना बनायी। उन्होंने कहा कि जब कोई निर्माण होता है, तो तात्कालिक रूप से कुछ लोगों को परेशानी होती है। जब यह परियोजना पूरी हो जाएगी, तब जल निकासी की समस्या का समाधान हो जाएगा। यहां सीवर लाइन भी बिछ रही है और जहां पर जगह मिल रही है, वहां सड़क भी बन रही है। साथ ही, इसे ग्रीनरी और व्यापक सुन्दरीकरण के साथ भी जोड़कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां गन्दगी और बदबू के कारण, जो लोग इधर आने में हिचकते थे, अब उनका संकोच दूर हो जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जल निगम और स्थानीय प्रशासन ने उन्हें आश्वस्त किया है कि माह मई तक इसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जहां वॉटर डायवर्जन की दिक्कत आएगी, वहां कच्चे मार्ग से इसका समाधान किया जाएगा। प्रयास किया जा रहा है कि बरसात के पूर्व यह परियोजना जल निकासी का बेहतरीन माध्यम बन जाए।
इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ल तथा महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
निरीक्षण के दौरान अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
Report Saikh Faizur Rahman
