बरेली। यूपी के बरेली स्थित इज्जतनगर थाना क्षेत्र के पीर बहोड़ा में मंगलवार सुबह एक ही समुदाय के दो गुटों में भिड़ंत हो गई। दरअसल, प्रेम विवाह कर डेढ़ महीने बाद जब प्रेमी युगल घर लौटा तो युवती पक्ष ने इसे अपनी बेइज्जती मानते हुए दूसरे पक्ष पर जानलेवा हमला कर दिया। बचाव में दूसरे पक्ष के लोग भी भिड़ गए। लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर चले और फायरिंग की गई। दोनों पक्षों के कुल 12 लोग घायल हुए हैं। इतने ही लोगों पर रिपोर्ट कराई गई है। पीर बहोड़ा निवासी असलम मंसूरी ने मंगलवार शाम दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया कि मोहल्ले की निशा से उनका प्रेम प्रसंग था। अक्तूबर की शुरुआत में दोनों घर से चले गए और कोर्ट मैरिज कर ली। निशा के पिता रियासत नवी ने उनके खिलाफ बेटी को फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट लिखवा दी। उन्होंने बालिग होने और नियमानुसार विवाह करने का साक्ष्य इज्जतनगर पुलिस के सामने पेश किया। तब पुलिस ने निशा के बयान लेकर मुकदमा खत्म कर दिया। असलम ने बताया कि दोनों अभी तक किराये पर रह रहे थे। सोमवार शाम वह निशा को लेकर अपने घर लौटे थे।
असलम के मुताबिक मंगलवार सुबह सवा आठ बजे उनका भाई तस्लीम अपनी दुकान पर जा रहा था। ईदगाह चौराहे पर निशा के परिजन उसे घेरकर पीटने लगे। सूचना पर वह लोग भी ईदगाह चौराहे पर पहुंच गए। वहां आरोपियों ने ईंट-पत्थर, डंडों और सरिया से उन लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। फायरिंग भी की। इससे उनके भाई इरफान उर्फ राजा के पैर में गोली लग गई। इसके बाद आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए।
पुलिस के मुताबिक असलम मंसूरी पक्ष के आरिफ, तस्लीम, इरफान, नन्हे, पप्पू, छोटे, असलम, राजा और बाबू घायल हुए हैं, जबकि निशा पक्ष के इस्लाम नवी, इस्लाम राजा, मोहम्मद नबी घायल हुए हैं। जिला अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है। सभी की हालत खतरे से बाहर है। असलम की ओर से रियासत नवी, रब्बान, अर्सलान, जिलानी, उवैस, अनस, अमरुद्दीन, आदिल, अस्लाम रजा, इस्लाम नवी, रिहान व मोहम्मद नवी के खिलाफ जानलेवा हमला, बलवा आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। युवती पक्ष के आरोपी घर बंद करके फरार हो गए हैं। उनकी ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है।
पुलिस के मुताबिक दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं पर जातियां अलग हैं। असलम मंसूरी बिरादरी का है तो निशा शेख बिरादरी से है। निशा के परिजनों की नाराजगी इस बात पर ही थी कि उसने उनसे अपेक्षाकृत छोटी बिरादरी में शादी क्यों कर ली? इसलिए पहले उन्होंने रिपोर्ट लिखवाकर कार्रवाई की अपेक्षा की, पर पुलिस ने निशा के बालिग होने की वजह से असलम पर कार्रवाई नहीं की तो वह उससे बदला चुकाने की बात मन में रखकर बैठ गए। हो सकता है कि ज्यादा समय बीतता तो उनका गुस्सा शांत हो जाता पर डेढ़ महीने बाद ही निशा के पति संग घर आ जाने से वे भड़क गए और हमला कर दिया।
पीर बहोड़ा में मंगलवार को बड़े बवाल की तैयारी थी। दरअसल, शाम के वक्त जैसे ही निशा और असलम अपने घर पहुंचे तो निशा के घरवालों ने उन्हें सबक सिखाने का मन बना लिया। रात में ही घर में डंडे व ईंट-पत्थर जुटा लिए गए। तमंचा व कारतूस की भी व्यवस्था की गई। ये लोग फायरिंग कर बड़ी घटना कर सकते थे, लेकिन उनको मौका नहीं मिला। इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। एसपी सिटी मानुष पारीक, एसएसपी अनुराग आर्य ने भी मौका मुआयना कर गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने का निर्देश दिया।