आजमगढ़/ फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के खुरासो निवासी ओमप्रकाश प्रजापति ने बिजली विभाग के जेई मनीष कुमार सहीत कोतवाली फूलपुर पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप। प्राप्त जानकारी के अनुसार जमीनी विवाद पुरानी रंजिश के चलते पूर्व में एस०आई० विपिन सिंह के द्वारा ओमप्रकाश प्रजापति को मारने पीटने का विडियो सोशल मीडिया पर हुआ था । वायरल होने के प्रतिशोध में फूलपुर कोतवाली के एस आई देवी प्रसाद मिश्रा व पुलिस सुरेंद्र यादव द्वारा महिलाओं को गाली-गलौज देकर धक्का मुक्की करते वीडियो में नजर आ रहे हैं जबकि फूलपुर कोतवाली के एस आई विपिन सिंह का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से चला था अभी तक मामला थम्हा नहीं। फूलपुर कोतवाली में पुलिसिया उत्पीड़न दोबारा शुरू हो गया जबकि रमेशचन्द्र आदि बनाम रामसनेही आदि दीवानी न्यायालय आजमगढ़ मु0नं0- 315/2021 विचाराधीन है विवादित गाटा सं0 333 व 334 पर एस०आई० विपिन सिंह द्वारा विपक्षियों से मिली भगत करके मुकदमा दौरान मिट्टी पटवाकर जबरदस्ती कब्जा करवा दिया गया है। जबकि पीड़ित महिलाओं द्वारा 20 जुलाई 2023 को पुलिस अधीक्षक आजमगढ़, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी। दीवानी न्यायालय में लंबित वाद को नजर अंदाज करते हुए फूलपुर कोतवाली के पुलिस एवं बिजली विभाग के अधिकारी मनीष कुमार अवर अभियन्ता 33/11kv उपकेन्द्र फूलपुर आजमगढ़ द्वारा हम प्रार्थी ओमप्रकाश पुत्र कपिलदेव व उर्मिला पत्नी ज्ञानचन्द व गीता पत्नी हरिश्चन्द के ऊपर गलत तरीके से एफ0आई0आर0 नं०- 0340 धारा 353, 504 दर्ज करवाया गया है। दिनांक 18.08.2023 को ओमप्रकाश प्रजापति शिवचरन माली के साथ महराजगंज थाने पर गया था
पीड़ित व्यक्ति व महिलाएं द्वारा किसी प्रकार का बिजली केबल नहीं कटा गया है यह आरोप मनीष कुमार जेई के द्वारा विपक्षी हरदीस पुत्र जगन्नाथ, अरुन पुत्र सभाजीत, रामकिसुन पुत्र सोहित, रामसनेही पुत्र मोहित के मिली भगत से लगाया गया है जो गलत है पीड़ित व्यक्ति व महिलाओं ने जिले के आला अधिकारियों सहित मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर लगाई न्याय की गुहार
विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण 9 वर्ष का बालक करंट की चपेट में आने से हालत गंभीर !
अम्बेडकरनगर जिले के बसखारी थाना क्षेत्र में बसखारी मलिकपुर वार्ड नंबर 4 में 11000 वोल्ट की चपेट में आने से 9 वर्ष बालक झुलस गया जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चे की बचने की उम्मीद कम है। बाजार वासियों में विद्युत विभाग के कर्मचारियों के ऊपर भारी